Chapter 01 : Introduction to Python and Python Basics

नमस्ते दोस्तों! प्रोग्रामिंग की रोमांचक दुनिया में आपका स्वागत है। इस अध्याय में, हम पाइथन (Python) नाम की एक बहुत ही लोकप्रिय और शक्तिशाली प्रोग्रामिंग भाषा से अपनी दोस्ती की शुरुआत करेंगे। हम जानेंगे कि पाइथन क्या है, इसका इतिहास क्या है, और इसे अपने कंप्यूटर पर कैसे इनस्टॉल करें। इसके अलावा, हम प्रोग्रामिंग के कुछ सबसे बुनियादी लेकिन महत्वपूर्ण कॉन्सेप्ट्स जैसे कि कीवर्ड्स, वेरिएबल्स, और डेटा टाइप्स को भी गहराई से समझेंगे। तो चलिए, इस मज़ेदार सफर की शुरुआत करते हैं!

1. पाइथन का परिचय और इसका इतिहास (Introduction and History of Python)

पाइथन क्या है? (What is Python?)

सबसे पहले, यह सवाल आता है कि आखिर ये पाइथन है क्या? क्या यह कोई साँप है? नहीं, बिलकुल नहीं!

पाइथन एक हाई-लेवल, इंटरप्रेटेड, और जनरल-पर्पस प्रोग्रामिंग भाषा है।

चलिए इन भारी-भरकम शब्दों को आसान भाषा में समझते हैं:

  • हाई-लेवल (High-Level): इसका मतलब है कि यह भाषा इंसानों की भाषा (जैसे अंग्रेजी) के बहुत करीब है। आपको कंप्यूटर के हार्डवेयर (जैसे प्रोसेसर, मेमोरी) की गहरी जानकारी रखने की ज़रूरत नहीं है। आप सीधे-सीधे अपने लॉजिक पर ध्यान दे सकते हैं। यह C++ या Java जैसी भाषाओं की तुलना में लिखने और पढ़ने में बहुत आसान है।
  • इंटरप्रेटेड (Interpreted): जब आप पाइथन में कोई कोड लिखते हैं, तो उसे चलाने के लिए एक "इंटरप्रेटर" (Interpreter) नाम का प्रोग्राम होता है। यह इंटरप्रेटर आपके कोड को लाइन-दर-लाइन पढ़ता है और उसे तुरंत मशीन की भाषा में बदलकर चलाता है। इसका फायदा यह है कि आपको कोड चलाने से पहले उसे "कम्पाइल" करने की ज़रूरत नहीं पड़ती, जिससे डेवलपमेंट का काम तेज़ी से होता है।
  • जनरल-पर्पस (General-Purpose): इसका मतलब है कि पाइथन का इस्तेमाल किसी एक खास काम के लिए नहीं, बल्कि तरह-तरह के कामों के लिए किया जा सकता है। आप इसका उपयोग करके ये सब बना सकते हैं:
    • वेबसाइट्स और वेब एप्लीकेशन्स (जैसे Django और Flask फ्रेमवर्क का उपयोग करके)।
    • मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) मॉडल्स (आजकल इसका सबसे ज़्यादा इस्तेमाल इसी फील्ड में होता है)।
    • डेटा साइंस और डेटा एनालिसिस (डेटा को समझना और उससे जानकारी निकालना)।
    • सॉफ्टवेयर और डेस्कटॉप एप्लीकेशन्स।
    • गेम्स (हालाँकि बहुत बड़े गेम्स के लिए दूसरी भाषाएँ बेहतर हैं, पर छोटे-मोटे गेम्स बन सकते हैं)।
    • ऑटोमेशन स्क्रिप्ट्स (रोज़मर्रा के बोरिंग कामों को आटोमेटिक करना)।

पाइथन की सबसे बड़ी खासियत उसकी सरलता (Simplicity) है। इसका सिंटेक्स (Syntax), यानी कोड लिखने का तरीका, बहुत ही साफ़-सुथरा और सीधा है। ऐसा लगता है जैसे आप कोई अंग्रेजी का वाक्य पढ़ रहे हों। इसी वजह से यह उन लोगों के लिए सबसे अच्छी पहली भाषा मानी जाती है जो प्रोग्रामिंग सीखना शुरू कर रहे हैं।

पाइथन का मज़ेदार इतिहास (Fun History of Python)

पाइथन की कहानी 1980 के दशक के अंत में शुरू हुई थी। इसे गुइडो वैन रॉसम (Guido van Rossum) नाम के एक डच प्रोग्रामर ने बनाया था। वह एक ऐसी भाषा बनाना चाहते थे जो पढ़ने में आसान हो और जिसमें कोड कम लिखना पड़े।

दिसंबर 1989 में, क्रिसमस की छुट्टियों के दौरान, गुइडो ने इस प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू किया। वह एक पुरानी प्रोग्रामिंग भाषा 'ABC' से प्रेरित थे, लेकिन वह उससे भी बेहतर कुछ बनाना चाहते थे।

अब सबसे मज़ेदार बात: इस भाषा का नाम 'पाइथन' किसी साँप के नाम पर नहीं रखा गया! गुइडो वैन रॉसम उस समय BBC पर आने वाले एक कॉमेडी शो "मोंटी पाइथन्स फ्लाइंग सर्कस" (Monty Python's Flying Circus) के बहुत बड़े प्रशंसक थे। उन्हें अपनी नई भाषा के लिए एक छोटा, अनोखा और थोड़ा रहस्यमयी नाम चाहिए था, और उन्होंने इस शो के नाम से 'पाइथन' शब्द चुन लिया।

पाइथन का पहला संस्करण (Version 0.9.0) 1991 में जारी किया गया था। तब से लेकर आज तक, यह लगातार विकसित हो रही है और दुनिया भर के लाखों डेवलपर्स की पसंदीदा भाषा बन चुकी है। आज हम जिस पाइथन का इस्तेमाल करते हैं, वह पाइथन 3 है, जो 2008 में रिलीज़ हुआ था।

याद रखें: पाइथन का नाम एक कॉमेडी शो के नाम पर है, न कि साँप के नाम पर। यह एक मज़ेदार तथ्य है जो आप अपने दोस्तों को बता सकते हैं!

2. ज़रूरी इंस्टॉलेशन (Important Installation)

पाइथन में कोड लिखने से पहले, हमें अपने कंप्यूटर पर पाइथन को इनस्टॉल करना होगा। यह प्रक्रिया बहुत आसान है। जब आप पाइथन इनस्टॉल करते हैं, तो उसके साथ IDLE नाम का एक प्रोग्राम भी अपने आप इनस्टॉल हो जाता है। IDLE पाइथन के साथ आने वाला एक बेसिक कोड एडिटर है, जो सीखने के लिए बहुत अच्छा है।

पाइथन कैसे इनस्टॉल करें (Windows के लिए)

  1. ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले अपने वेब ब्राउज़र (जैसे Chrome, Firefox) में जाएं और पाइथन की ऑफिसियल वेबसाइट खोलें: www.python.org
  2. डाउनलोड सेक्शन में जाएं: वेबसाइट के होमपेज पर आपको "Downloads" का एक मेनू दिखेगा। उस पर अपना माउस ले जाएं, और वह आपको आपके ऑपरेटिंग सिस्टम (जैसे Windows) के लिए पाइथन का सबसे नया संस्करण (Latest Version) दिखाएगा। उस बटन पर क्लिक करके इंस्टॉलर फाइल डाउनलोड कर लें।
  3. इंस्टॉलर चलाएं: डाउनलोड पूरा होने के बाद, उस `.exe` फाइल पर डबल-क्लिक करके उसे चलाएं।
  4. सबसे ज़रूरी कदम: इंस्टॉलर विंडो खुलने पर, आपको नीचे की तरफ दो चेकबॉक्स दिखेंगे। इनमें से एक पर लिखा होगा "Add Python [version] to PATH"इस बॉक्स को टिक करना बहुत ज़्यादा ज़रूरी है। इसे टिक करने से आप कमांड प्रॉम्प्ट (Command Prompt) से कहीं भी पाइथन को चला पाएंगे। अगर आप यह भूल गए, तो बाद में आपको परेशानी हो सकती है।
  5. इंस्टॉलेशन शुरू करें: "Add to PATH" को टिक करने के बाद, "Install Now" पर क्लिक करें। यह पाइथन को डिफ़ॉल्ट सेटिंग्स के साथ इनस्टॉल कर देगा, जो कि शुरुआत करने वालों के लिए सबसे अच्छा है।
  6. इंस्टॉलेशन पूरा होने का इंतज़ार करें: अब इंस्टॉलेशन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इसमें कुछ मिनट लग सकते हैं। पूरा होने पर, आपको "Setup was successful" का मैसेज दिखेगा। अब आप "Close" बटन पर क्लिक कर सकते हैं।

बधाई हो! आपने अपने कंप्यूटर पर सफलतापूर्वक पाइथन इनस्टॉल कर लिया है।

कैसे जांचें कि पाइथन इनस्टॉल हुआ है या नहीं?

यह जांचने के लिए कि पाइथन सही से इनस्टॉल हुआ है या नहीं, इन कदमों का पालन करें:

  1. अपने कंप्यूटर के स्टार्ट मेनू में जाएं और "cmd" लिखकर कमांड प्रॉम्प्ट (Command Prompt) खोलें।
  2. कमांड प्रॉम्प्ट की काली विंडो में, यह कमांड टाइप करें और Enter दबाएं:
bash
python --version

अगर पाइथन सही से इनस्टॉल हुआ है, तो आपको पाइथन का संस्करण (जैसे `Python 3.11.4`) लिखा हुआ दिखेगा। अगर कोई एरर आता है, तो इसका मतलब है कि इंस्टॉलेशन में कुछ गड़बड़ हुई है, खासकर "Add to PATH" वाला कदम शायद छूट गया है।

3. पाइथन IDLE के साथ इंटरैक्ट करना (Interact to Python IDLE)

जैसा कि हमने पहले बताया, पाइथन के साथ IDLE (Integrated Development and Learning Environment) भी आता है। यह एक सरल सा सॉफ्टवेयर है जहाँ आप पाइथन कोड लिख सकते हैं और उसे चला सकते हैं। चलिए देखते हैं इसका इस्तेमाल कैसे करते हैं।

स्टार्ट मेनू में "IDLE" सर्च करें और उसे खोलें। खुलते ही आपको एक विंडो दिखेगी जिसमें `>>>` ऐसा निशान बना होगा। इसे पाइथन शेल (Python Shell) या इंटरैक्टिव मोड (Interactive Mode) कहते हैं।

इंटरैक्टिव मोड (Interactive Mode)

यह मोड एक कैलकुलेटर की तरह काम करता है। आप यहाँ एक लाइन का कोड लिखते हैं, Enter दबाते हैं, और पाइथन तुरंत उसका जवाब दे देता है। यह छोटी-मोटी चीज़ें टेस्ट करने के लिए बहुत अच्छा है।

चलिए कुछ कोशिश करते हैं। `>>>` के आगे लिखें:

Python
 >>> 5 + 10

जैसे ही आप Enter दबाएंगे, पाइथन तुरंत इसका जवाब `15` दे देगा।

अब कुछ और ट्राई करते हैं। इस बार हम एक मैसेज प्रिंट करेंगे।

Python
print("Hello, Python!")

Enter दबाते ही अगली लाइन में `Hello, Python!` प्रिंट हो जाएगा।

इंटरैक्टिव मोड की सीमा यह है कि आप इसमें बड़ा प्रोग्राम नहीं लिख सकते। जैसे ही आप IDLE बंद करेंगे, आपका सारा काम गायब हो जाएगा। बड़े प्रोग्राम लिखने के लिए हम स्क्रिप्ट मोड (Script Mode) का इस्तेमाल करते हैं।

स्क्रिप्ट मोड (Script Mode)

स्क्रिप्ट मोड में हम एक पूरी फाइल बनाते हैं, उसमें अपना सारा कोड लिखते हैं, और फिर उस फाइल को सेव करते हैं। इस फाइल को हम जब चाहें तब चला सकते हैं। पाइथन की फाइल को `.py` एक्सटेंशन के साथ सेव किया जाता है (जैसे `my_program.py`)।

IDLE में स्क्रिप्ट मोड का उपयोग करने के लिए:

  1. IDLE की शेल विंडो में, ऊपर मेनू बार से `File` -> `New File` पर क्लिक करें।
  2. एक नई खाली विंडो खुलेगी। यह आपका टेक्स्ट एडिटर है। यहाँ आप अपना पूरा प्रोग्राम लिख सकते हैं।
  3. चलिए एक छोटा सा प्रोग्राम लिखते हैं। इस नई विंडो में यह कोड लिखें:
Python
name = "Aman"
print("Hello,", name)
print("Welcome to the world of Python!")
  1. फाइल को सेव करें: अब इस फाइल को सेव करना होगा। मेनू से `File` -> `Save` पर क्लिक करें। अपनी फाइल को कोई नाम दें, जैसे `first_program.py`। याद रखें, नाम के अंत में `.py` लगाना ज़रूरी है।
  2. प्रोग्राम चलाएं: प्रोग्राम को चलाने के लिए, मेनू से `Run` -> `Run Module` पर क्लिक करें, या आप कीबोर्ड पर `F5` की भी दबा सकते हैं।

जैसे ही आप प्रोग्राम चलाएंगे, आपका आउटपुट पुरानी वाली IDLE शेल (`>>>` वाली) विंडो में दिखाई देगा।

4. कीवर्ड्स (Keywords) - पाइथन के आरक्षित शब्द

हर भाषा में कुछ ऐसे शब्द होते हैं जिनका एक खास मतलब होता है और आप उन्हें किसी और काम के लिए इस्तेमाल नहीं कर सकते। जैसे हिंदी में 'और', 'है', 'लेकिन' आदि। ठीक उसी तरह, पाइथन में भी कुछ शब्द हैं जो भाषा के लिए आरक्षित (Reserved) हैं। इन शब्दों को कीवर्ड्स (Keywords) कहा जाता है।

इन कीवर्ड्स का एक prédéfiní मतलब होता है और पाइथन इंटरप्रेटर इन्हें देखकर समझ जाता है कि उसे क्या करना है। आप इन शब्दों का इस्तेमाल किसी वेरिएबल (variable) का नाम रखने के लिए या किसी फंक्शन का नाम रखने के लिए नहीं कर सकते। अगर आप ऐसा करने की कोशिश करेंगे, तो पाइथन आपको एक एरर (SyntaxError) देगा।

पाइथन में लगभग 35 कीवर्ड्स हैं। आपको इन सबको एक बार में याद करने की ज़रूरत नहीं है। जैसे-जैसे आप प्रोग्रामिंग सीखेंगे, ये आपको अपने आप याद होते जाएंगे।

कुछ महत्वपूर्ण कीवर्ड्स की सूची:

  • False
  • None
  • True
  • and
  • as
  • assert
  • async
  • await
  • break
  • class
  • continue
  • def
  • del
  • elif
  • else
  • except
  • finally
  • for
  • from
  • global
  • if
  • import
  • in
  • is
  • lambda
  • nonlocal
  • not
  • or
  • pass
  • raise
  • return
  • try
  • while
  • with
  • yield
ध्यान दें: पाइथन केस-सेंसिटिव (Case-Sensitive) भाषा है। इसका मतलब है कि `true` और `True` दो अलग-अलग चीज़ें हैं। `True`, `False`, और `None` को छोड़कर बाकी सभी कीवर्ड्स छोटे अक्षरों (lowercase) में होते हैं।

अगर आप देखना चाहते हैं कि आपके पाइथन संस्करण में कौन-कौन से कीवर्ड्स हैं, तो आप यह छोटा सा कोड चला सकते हैं:

Python
import keyword
print(keyword.kwlist)

5. वेरिएबल्स और उनके नियम (Variables and their Rules)

वेरिएबल क्या होता है? (What is a Variable?)

प्रोग्रामिंग में, हमें अक्सर डेटा या जानकारी को स्टोर करने की ज़रूरत पड़ती है। जैसे किसी का नाम, उम्र, या कोई नंबर। वेरिएबल एक कंटेनर या एक डिब्बे की तरह होता है जिसका हम कोई नाम रख देते हैं और उसके अंदर कोई वैल्यू (Value) या डेटा स्टोर करते हैं।

सोचिए आपके पास एक डिब्बा है। आपने उस पर "चीनी" का लेबल लगाया और उसके अंदर चीनी रख दी। अब जब भी आपको चीनी चाहिए होगी, आप उस "चीनी" वाले डिब्बे को ढूंढेंगे। यहाँ, "चीनी" लेबल वेरिएबल का नाम है और उसके अंदर रखी हुई चीनी उसकी वैल्यू है।

पाइथन में वेरिएबल बनाना बहुत आसान है। आपको बस एक नाम चुनना है, `=` का निशान लगाना है, और फिर उसकी वैल्यू लिखनी है।

Python
# यहाँ 'name' एक वेरिएबल है जिसमें "Rahul" स्टोर है।
name = "Rahul"

# यहाँ 'age' एक वेरिएबल है जिसमें 25 स्टोर है।
age = 25

# यहाँ 'price' एक वेरिएबल है जिसमें 99.99 स्टोर है।
price = 99.99

एक बार जब आप एक वेरिएबल बना लेते हैं, तो आप उसे उसके नाम से इस्तेमाल कर सकते हैं। जैसे:

Python
print(name)   # यह "Rahul" प्रिंट करेगा
print(age)    # यह 25 प्रिंट करेगा

आप वेरिएबल की वैल्यू को बाद में बदल भी सकते हैं।

Python
x = 10
print(x)  # आउटपुट: 10

x = 20  # अब हमने x की वैल्यू बदल दी
print(x)  # आउटपुट: 20

वेरिएबल का नाम रखने के नियम (Rules for Naming Variables)

आप वेरिएबल का नाम कुछ भी नहीं रख सकते। इसके लिए पाइथन में कुछ नियम हैं जिनका पालन करना ज़रूरी है:

  • अक्षर या अंडरस्कोर से शुरुआत: वेरिएबल का नाम हमेशा किसी अक्षर (a-z, A-Z) या एक अंडरस्कोर `(_)` से शुरू होना चाहिए। यह किसी नंबर (0-9) से शुरू नहीं हो सकता।
    • सही: `my_variable`, `_name`, `age`
    • गलत: `1st_number` (नंबर से शुरू हो रहा है)
  • अक्षर, नंबर और अंडरस्कोर का उपयोग: नाम में पहले अक्षर के बाद अक्षर (a-z, A-Z), नंबर (0-9) और अंडरस्कोर `(_)` हो सकते हैं।
    • सही: `user1`, `user_name_1`, `address2`
  • कोई ख़ास चिन्ह नहीं: वेरिएबल के नाम में कोई ख़ास चिन्ह (Special Character) जैसे `!`, `@`, `#`, `$`, `%`, `&`, `-`, `+` आदि नहीं हो सकते। सिर्फ अंडरस्कोर `(_)` का इस्तेमाल किया जा सकता है।
    • सही: `first_name`
    • गलत: `first-name` (हाइफन का इस्तेमाल गलत है)
  • कीवर्ड्स का इस्तेमाल नहीं: आप किसी भी पाइथन कीवर्ड (जैसे `if`, `for`, `while`) को वेरिएबल के नाम के रूप में इस्तेमाल नहीं कर सकते।
    • गलत: `for = 10`, `class = "Science"`
  • केस-सेंसिटिव (Case-Sensitive): पाइथन में छोटे और बड़े अक्षर अलग-अलग माने जाते हैं। इसका मतलब है कि `age`, `Age` और `AGE` तीन अलग-अलग वेरिएबल्स हैं।
    Python
    age = 25
    Age = 30
    AGE = 35
    print(age, Age, AGE)  # आउटपुट: 25 30 35
अच्छी आदत: हमेशा ऐसे वेरिएबल नाम चुनें जो सार्थक हों, यानी नाम पढ़कर पता चल जाए कि उसमें किस तरह का डेटा स्टोर है। जैसे `user_name` नाम `x` से ज़्यादा बेहतर है। इससे आपका कोड दूसरों को (और भविष्य में खुद आपको भी) समझने में आसान होता है।

6. पाइथन में print() फंक्शन (गहराई में)

`print()` फंक्शन पाइथन में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाले फंक्शन्स में से एक है। इसका मुख्य काम स्क्रीन पर (या कंसोल पर) आउटपुट दिखाना है। अभी तक हमने इसका बेसिक इस्तेमाल देखा है, लेकिन यह फंक्शन इससे कहीं ज़्यादा शक्तिशाली है।

बेसिक प्रिंटिंग

आप `print()` को टेक्स्ट (जिसे स्ट्रिंग कहते हैं), नंबर, या वेरिएबल का नाम देकर कुछ भी प्रिंट कर सकते हैं।

Python
print("Hello, World!")         # स्ट्रिंग प्रिंट करना
print(12345)                 # नंबर प्रिंट करना
my_var = "This is a variable"
print(my_var)                # वेरिएबल की वैल्यू प्रिंट करना

एक साथ कई चीज़ें प्रिंट करना

आप एक ही `print()` फंक्शन में कॉमा (`,`) लगाकर एक से ज़्यादा चीज़ें प्रिंट कर सकते हैं। पाइथन अपने आप उन सभी के बीच एक स्पेस डाल देगा।

Python
name = "Sonia"
age = 28
print("My name is", name, "and my age is", age)

आउटपुट:

My name is Sonia and my age is 28

`sep` आर्गुमेंट: सेपरेटर बदलना

जैसा कि हमने ऊपर देखा, जब हम कॉमा लगाकर कई चीज़ें प्रिंट करते हैं, तो पाइथन उनके बीच में एक स्पेस डाल देता है। यह डिफ़ॉल्ट सेपरेटर (separator) है। अगर हम इस स्पेस की जगह कुछ और (जैसे `-`, `|`, या कुछ भी नहीं) चाहते हैं, तो हम `sep` आर्गुमेंट का इस्तेमाल कर सकते हैं।

Python
print("Apple", "Banana", "Cherry")  # डिफ़ॉल्ट सेपरेटर (स्पेस)
# आउटपुट: Apple Banana Cherry

print("Apple", "Banana", "Cherry", sep=", ") # सेपरेटर को कॉमा और स्पेस बनाया
# आउटपुट: Apple, Banana, Cherry

print("Apple", "Banana", "Cherry", sep="---") # सेपरेटर को '---' बनाया
# आउटपुट: Apple---Banana---Cherry

`end` आर्गुमेंट: लाइन का अंत बदलना

डिफ़ॉल्ट रूप से, `print()` फंक्शन अपना काम खत्म करने के बाद कर्सर को अगली लाइन पर ले जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि `print()` के अंत में एक अदृश्य "नई लाइन" का कैरेक्टर (`\n`) जुड़ा होता है। अगर हम चाहते हैं कि आउटपुट अगली लाइन पर न जाए, बल्कि उसी लाइन पर रहे, तो हम `end` आर्गुमेंट का इस्तेमाल कर सकते हैं।

Python
print("Hello,")
print("World!")
# आउटपुट:
# Hello,
# World!

print("Hello,", end=" ") # लाइन के अंत में नई लाइन की जगह स्पेस लगाओ
print("World!")
# आउटपुट: Hello, World!

print("One", end="") # लाइन के अंत में कुछ भी मत लगाओ
print("Two", end="")
print("Three")
# आउटपुट: OneTwoThree

एफ-स्ट्रिंग्स (f-strings) के साथ प्रिंट करना

एफ-स्ट्रिंग्स (Formatted String Literals) पाइथन 3.6 में पेश की गई एक बहुत ही सुविधाजनक सुविधा है। यह वेरिएबल्स को सीधे स्ट्रिंग के अंदर एम्बेड करने का एक आसान तरीका है। आपको बस स्ट्रिंग के शुरू में एक `f` या `F` लगाना है और जहाँ भी वेरिएबल की वैल्यू डालनी है, उसे कर्ली ब्रेसिज़ `{}` के अंदर लिखना है।

Python
name = "Priya"
language = "Python"

# पुराना तरीका
print("My name is", name, "and I am learning", language)

# f-string का तरीका (ज़्यादा साफ़ और आसान)
print(f"My name is {name} and I am learning {language}")

# आप कर्ली ब्रेसिज़ के अंदर सीधे कैलकुलेशन भी कर सकते हैं
a = 10
b = 20
print(f"The sum of {a} and {b} is {a + b}")

7. पाइथन में input() फंक्शन (गहराई में)

अब तक हम जो भी प्रोग्राम बना रहे थे, उसमें सारा डेटा हम खुद कोड के अंदर लिख रहे थे। लेकिन असली दुनिया के प्रोग्राम्स को यूजर से इनपुट लेने की ज़रूरत पड़ती है। जैसे कैलकुलेटर को यूजर से नंबर लेने होते हैं, या फेसबुक को आपका यूजरनेम और पासवर्ड।

पाइथन में यूजर से इनपुट लेने के लिए `input()` फंक्शन का इस्तेमाल किया जाता है।

`input()` का बेसिक उपयोग

जब `input()` फंक्शन चलता है, तो प्रोग्राम वहीं रुक जाता है और यूजर के कुछ टाइप करने और Enter दबाने का इंतज़ार करता है। यूजर जो कुछ भी टाइप करता है, `input()` फंक्शन उसे एक स्ट्रिंग (string) के रूप में वापस कर देता है।

Python
print("What is your name?")
user_name = input()
print(f"Hello, {user_name}!")

आप `input()` फंक्शन के अंदर एक मैसेज (जिसे प्रॉम्प्ट कहते हैं) भी दे सकते हैं, ताकि यूजर को पता चले कि उसे क्या इनपुट करना है।

Python
user_name = input("What is your name? ")
print(f"Hello, {user_name}!")

यह कोड चलाने पर, स्क्रीन पर "What is your name? " लिखा आएगा और कर्सर वहीं इंतज़ार करेगा।

सबसे ज़रूरी बात: `input()` हमेशा स्ट्रिंग देता है!

यह `input()` फंक्शन की सबसे महत्वपूर्ण बात है जो हर नए सीखने वाले को याद रखनी चाहिए। चाहे यूजर नंबर टाइप करे, या कुछ और, `input()` उसे हमेशा एक स्ट्रिंग (टेक्स्ट) ही मानेगा।

चलिए एक उदाहरण से समझते हैं। हम यूजर से दो नंबर लेकर उन्हें जोड़ने का प्रोग्राम बनाते हैं।

Python
num1 = input("Enter first number: ")
num2 = input("Enter second number: ")

sum_result = num1 + num2
print(f"The sum is: {sum_result}")

अगर आप इस प्रोग्राम को चलाते हैं और पहला नंबर `10` और दूसरा नंबर `20` डालते हैं, तो आपको क्या लगता है आउटपुट क्या आएगा? `30`? नहीं!

आउटपुट आएगा:

The sum is: 1020

ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि `input()` ने `10` को एक टेक्स्ट `"10"` और `20` को टेक्स्ट `"20"` की तरह लिया। और जब दो टेक्स्ट (स्ट्रिंग) को `+` से जोड़ा जाता है, तो वे गणित की तरह जुड़ते नहीं, बल्कि एक के पीछे एक चिपक जाते हैं (इसे Concatenation कहते हैं)।

इस समस्या को हल करने के लिए, हमें टाइप कन्वर्शन (Type Conversion) का इस्तेमाल करना पड़ता है, जिसके बारे में हम अगले सेक्शन में पढ़ेंगे।

8. पाइथन में डेटा टाइप्स (Data Types in Python)

डेटा टाइप का मतलब है कि किसी वेरिएबल में किस तरह का डेटा स्टोर है। पाइथन में कई तरह के बिल्ट-इन डेटा टाइप्स होते हैं। चलिए कुछ सबसे सामान्य और ज़रूरी डेटा टाइप्स को समझते हैं।

मुख्य डेटा टाइप्स (Main Data Types)

  • Integer (`int`): इसका इस्तेमाल पूर्णांक संख्याओं (बिना दशमलव वाली) को स्टोर करने के लिए होता है। जैसे: `10`, `-5`, `0`, `12345`।
    Python
    my_age = 25
  • Float (`float`): इसका इस्तेमाल दशमलव वाली संख्याओं (Floating-Point Numbers) को स्टोर करने के लिए होता है। जैसे: `3.14`, `-0.5`, `99.99`।
    Python
    pi_value = 3.14
  • String (`str`): इसका इस्तेमाल टेक्स्ट को स्टोर करने के लिए होता है। स्ट्रिंग को हमेशा सिंगल कोट्स `''` या डबल कोट्स `""` के अंदर लिखा जाता है। जैसे: `"Hello"`, `'Python'`, `"123"`।
    Python
    user_greeting = "Welcome to my program!"
  • Boolean (`bool`): इसका इस्तेमाल सिर्फ दो वैल्यूज को स्टोर करने के लिए होता है: `True` या `False`। इसका उपयोग अक्सर शर्तों (conditions) को जांचने के लिए किया जाता है। याद रखें, `T` और `F` हमेशा बड़े अक्षर में होने चाहिए।
    Python
    is_student = True
    game_over = False
  • NoneType (`None`): यह एक ख़ास डेटा टाइप है जिसकी सिर्फ एक ही वैल्यू होती है: `None`। `None` का मतलब होता है "कुछ भी नहीं" या "खाली"। इसका इस्तेमाल तब किया जाता है जब हम यह दिखाना चाहते हैं कि किसी वेरिएबल में अभी कोई वैल्यू नहीं है।
    Python
    winner = None # अभी कोई विजेता नहीं है

किसी वेरिएबल का डेटा टाइप कैसे पता करें?

अगर आप जानना चाहते हैं कि किसी वेरिएबल का डेटा टाइप क्या है, तो आप `type()` फंक्शन का इस्तेमाल कर सकते हैं।

Python
a = 10
b = 20.5
c = "Hello"
d = True
e = None

print(type(a))
print(type(b))
print(type(c))
print(type(d))
print(type(e))

आउटपुट:





9. डेटा टाइप कन्वर्शन (गहराई में)

टाइप कन्वर्शन (Type Conversion) या टाइप कास्टिंग (Type Casting) का मतलब है एक डेटा टाइप की वैल्यू को दूसरे डेटा टाइप में बदलना। यह प्रोग्रामिंग में एक बहुत ही आम और ज़रूरी काम है।

हमने `input()` वाले उदाहरण में देखा था कि जब हम यूजर से नंबर लेते हैं, तो वह स्ट्रिंग के रूप में आता है। उस पर गणितीय ऑपरेशन करने के लिए, हमें उसे `int` या `float` में बदलना पड़ता है। यही टाइप कन्वर्शन है।

पाइथन में टाइप कन्वर्शन के लिए बिल्ट-इन फंक्शन्स होते हैं, जैसे: `int()`, `float()`, `str()`, `bool()`।

`int()` - किसी भी डेटा टाइप को इंटीजर में बदलना

`int()` फंक्शन का इस्तेमाल किसी वैल्यू को इंटीजर में बदलने के लिए किया जाता है।

  • फ्लोट से इंटीजर: जब आप किसी फ्लोट को इंटीजर में बदलते हैं, तो दशमलव के बाद का हिस्सा हटा दिया जाता है (राउंड ऑफ नहीं होता)।
    Python
    num_float = 12.99
    num_int = int(num_float)
    print(num_int)  # आउटपुट: 12
  • स्ट्रिंग से इंटीजर: आप ऐसी स्ट्रिंग को इंटीजर में बदल सकते हैं जिसमें सिर्फ नंबर हों। अगर स्ट्रिंग में कोई अक्षर या सिंबल हुआ, तो एरर आएगा।
    Python
    str_num = "123"
    int_val = int(str_num)
    print(int_val)  # आउटपुट: 123
    
    str_text = "hello"
    # int(str_text)  # यह एक ValueError देगा

चलिए अब `input()` वाली समस्या को हल करते हैं:

Python
num1_str = input("Enter first number: ")
num2_str = input("Enter second number: ")

# स्ट्रिंग को इंटीजर में बदलें
num1_int = int(num1_str)
num2_int = int(num2_str)

sum_result = num1_int + num2_int
print(f"The sum is: {sum_result}")

अब अगर आप `10` और `20` इनपुट देंगे, तो आउटपुट सही `30` आएगा।

`float()` - किसी भी डेटा टाइप को फ्लोट में बदलना

`float()` फंक्शन का इस्तेमाल किसी वैल्यू को फ्लोटिंग-पॉइंट नंबर में बदलने के लिए किया जाता है।

Python
my_int = 100
my_float = float(my_int)
print(my_float)  # आउटपुट: 100.0

my_str_int = "76"
float_val1 = float(my_str_int)
print(float_val1) # आउटपुट: 76.0

my_str_float = "3.14"
float_val2 = float(my_str_float)
print(float_val2) # आउटपुट: 3.14

`str()` - किसी भी डेटा टाइप को स्ट्रिंग में बदलना

`str()` फंक्शन का इस्तेमाल किसी भी वैल्यू को स्ट्रिंग में बदलने के लिए किया जाता है। यह बहुत उपयोगी होता है जब आपको किसी नंबर को टेक्स्ट के साथ जोड़ना हो (बिना f-string के)।

Python
age = 25
message = "My age is " + str(age)
print(message) # आउटपुट: My age is 25

# अगर हम str() का इस्तेमाल नहीं करते तो यह TypeError देता
# message_error = "My age is " + age # यह गलत है

pi = 3.14
pi_str = str(pi)
print(pi_str, type(pi_str)) # आउटपुट: 3.14 

10. अध्याय 2 से संबंधित 20 प्रश्न

अब जब आपने इस अध्याय के सभी टॉपिक्स को समझ लिया है, तो अपनी समझ को परखने का समय है। नीचे दिए गए प्रश्नों को हल करने का प्रयास करें।

  1. प्रश्न: पाइथन भाषा किसने बनाई और इसका नाम किसके नाम पर रखा गया?
  2. प्रश्न: 'हाई-लेवल भाषा' होने का क्या मतलब है?
  3. प्रश्न: पाइथन को इनस्टॉल करते समय कौन सा चेकबॉक्स टिक करना सबसे ज़्यादा ज़रूरी है और क्यों?
  4. प्रश्न: पाइथन में कीवर्ड (Keyword) क्या होता है? कोई दो उदाहरण दें।
  5. प्रश्न: नीचे दिए गए नामों में से कौन से वेरिएबल के नाम सही हैं और कौन से गलत? कारण भी बताएं।
    • `2nd_place`
    • `user-name`
    • `_my_variable`
    • `if`
    • `UserName`
  6. प्रश्न: `input()` फंक्शन हमेशा किस डेटा टाइप में वैल्यू देता है?
  7. प्रश्न: नीचे दिए गए कोड का आउटपुट क्या होगा?
    Python
    print("Java", "C++", "Python", sep=" | ")
  8. प्रश्न: नीचे दिए गए कोड का आउटपुट क्या होगा?
    Python
    print("Line 1", end="")
    print("Line 2")
  9. प्रश्न: `sep` और `end` आर्गुमेंट्स में क्या अंतर है?
  10. प्रश्न: एक प्रोग्राम लिखें जो यूजर से उसका नाम पूछे और फिर "Hello, [नाम]!" प्रिंट करे। (एफ-स्ट्रिंग का उपयोग करें)।
  11. प्रश्न: नीचे दिए गए कोड में क्या गलती है? इसे ठीक कैसे करें?
    Python
    age = input("Enter your age: ")
    print("Next year you will be " + (age + 1))
  12. प्रश्न: `int('34.5')` कोड चलाने पर क्या होगा? एरर आएगा या कुछ आउटपुट?
  13. प्रश्न: डेटा टाइप्स `int` और `float` में क्या मुख्य अंतर है?
  14. प्रश्न: `type()` फंक्शन का क्या उपयोग है? एक उदाहरण दें।
  15. प्रश्न: एक प्रोग्राम लिखें जो यूजर से दो नंबर ले, उन्हें जोड़े और परिणाम प्रिंट करे। सुनिश्चित करें कि प्रोग्राम सही तरीके से काम करे।
  16. प्रश्न: पाइथन में IDLE के दो मोड कौन से हैं? उनमें क्या अंतर है?
  17. प्रश्न: `age = 20` और `age = "20"` में क्या अंतर है?
  18. प्रश्न: `None` डेटा टाइप का क्या मतलब है?
  19. प्रश्न: पाइथन को 'जनरल-पर्पस' भाषा क्यों कहा जाता है? इसके कोई तीन उपयोग बताएं।
  20. प्रश्न: एक प्रोग्राम लिखें जो यूजर से किसी आयत (rectangle) की लम्बाई और चौड़ाई पूछे और उसका क्षेत्रफल (area) प्रिंट करे। (क्षेत्रफल = लम्बाई * चौड़ाई)

इस अध्याय को पूरा करने पर बधाई! आपने पाइथन प्रोग्रामिंग की नींव रख दी है। इन सभी कॉन्सेप्ट्स का अभ्यास करते रहें क्योंकि आने वाले अध्यायों में हम इन्हीं के आधार पर आगे बढ़ेंगे।

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